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भूतिया अस्पताल की नाइट ड्यूटी: पुरानी वार्ड में छुपा डरावना सच — Real Hospital Horror Story in Hindi

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  भूतिया अस्पताल की नाइट ड्यूटी: पुरानी वार्ड में छुपा डरावना सच — Real Hospital Horror Story in Hindi एक नर्स की पहली रात की ड्यूटी के दौरान एक पुराने प्राइवेट अस्पताल में होने वाली रहस्यमयी और डरावनी घटनाओं की सच्ची जैसी हॉरर कहानी। बंद वार्ड, अजीब आवाजें, चलती व्हीलचेयर और 15 साल पुराना राज — यह Hospital Horror Story आपके रोंगटे खड़े कर देगी। --- नई नौकरी का पहला दिन सीमा को दिल्ली के एक पुराने प्राइवेट अस्पताल में नर्स की नौकरी मिल गई थी। यह अस्पताल शहर के बाहरी इलाके में था। अस्पताल बहुत बड़ा था, लेकिन अब ज्यादा मरीज नहीं आते थे। पहले दिन मैट्रन ने सीमा को सब कुछ समझाया। "यह अस्पताल का मुख्य हिस्सा है। यहां मरीज भर्ती हैं। तुम्हें रात की ड्यूटी करनी है दस बजे से सुबह छह बजे तक।" "ठीक है मैडम।" सीमा ने कहा। "और हां, एक बात ध्यान रखना। अस्पताल का पुराना हिस्सा बंद है। वहां मत जाना। नवीनीकरण का काम चल रहा है।" सीमा ने पीछे मुड़कर देखा। एक लंबा गलियारा था जिसके अंत में लोहे का गेट लगा था। गेट पर बड़े अक्षरों में लिखा था - "प्रवेश वर्जित"। "...

मुंबई का भूतिया फ्लैट: सस्ता किराया और दिल दहला देने वाली सच्ची हॉरर कहानी

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मुंबई का भूतिया फ्लैट: सस्ता किराया और दिल दहला देने वाली सच्ची हॉरर कहानी मुंबई में सस्ते किराये पर फ्लैट मिलना मुश्किल है, लेकिन अनिल को अंधेरी में एक बहुत सस्ता फ्लैट मिल गया — वही फ्लैट जिसे लोग भूतिया फ्लैट और हॉन्टेड अपार्टमेंट कहकर छोड़ चुके थे। मालिक ने सिर्फ एक नियम बताया — “रात 12 बजे के बाद बाथरूम में मत जाना।” शुरुआत में अनिल को लगा कि ये बस एक अफ़वाह या पुराना अंधविश्वास है, लेकिन एक रात मजबूरी में उसने वो नियम तोड़ दिया… और उस रात जो डरावनी घटना बाथरूम में हुई, उसने साबित कर दिया कि ये सिर्फ कहानी नहीं — एक सच्ची भूतिया घटना थी, जिसका रहस्य आज तक किसी को नहीं पता। पढ़िए रोंगटे खड़े कर देने वाली भूतिया कहानी। मुंबई में सस्ता फ्लैट अनिल को मुंबई में नई नौकरी मिली थी। अच्छी सैलरी थी लेकिन मुंबई का किराया बहुत महंगा था। दो महीने से वो फ्लैट ढूंढ रहा था लेकिन उसके बजट में कोई फ्लैट नहीं मिल रहा था। एक दिन उसके दफ्तर के चपरासी रमेश ने कहा, "साहब, मेरे मालिक का एक फ्लैट खाली है। बहुत सस्ता है। अंधेरी में है।" "कितना किराया है?" अनिल ने उत्सुकता से पूछा। ...

सच्ची भूतिया कहानी: अंधेरी गली में खोई हुई बच्ची तारा

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सच्ची भूतिया कहानी: अंधेरी गली में खोई हुई बच्ची तारा दिल्ली की एक सुनसान गली में रात के समय एक अजीब घटना हुई, जिसने हर किसी को हिलाकर रख दिया। कुछ लोग कहते हैं कि वहां एक खोई हुई बच्ची की पुकार सुनाई देती है, तो कुछ का मानना है कि यह गली भूतिया है। प्रिया, जो रोज़ उसी गली से घर जाती थी, एक रात अचानक ऐसी आवाज़ सुनती है जो उसके डर और रोमांच दोनों को बढ़ा देती है। क्या यह सच में कोई बच्ची थी, या कुछ और? इस कहानी में आप पढ़ेंगे अंधेरी गली की भूतिया घटनाएं, खोई हुई बच्ची तारा की रहस्यमय कहानी, और सच्चा डरावना अनुभव जो आपके रोंगटे खड़े कर देगा। रोज का वही रास्ता प्रिया हर शाम साढ़े सात बजे अपने आफिस से निकलती थी। दिल्ली के नोएडा सेक्टर में उसका छोटा सा फ्लैट था। घर पहुंचने के लिए उसे एक छोटी सी गली से गुजरना पड़ता था। यह गली हमेशा सुनसान रहती थी। दोनों तरफ पुरानी इमारतें थीं जो काफी समय से खाली पड़ी थीं। स्ट्रीट लाइट भी सिर्फ एक ही थी जो अक्सर बंद रहती थी। प्रिया को इस गली से गुजरने में डर लगता था लेकिन यह रास्ता छोटा था। बाकी रास्ते से जाने में पंद्रह मिनट ज्यादा लगते थे। "बस पांच मिन...

एक अधूरा सफर – अधूरे प्यार और इंतज़ार की दिल छू लेने वाली प्रेम कहानी

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एक अधूरा सफर – अधूरे प्यार और इंतज़ार की दिल छू लेने वाली प्रेम कहानी कभी-कभी ज़िंदगी का सबसे लंबा सफर वही होता है — जो कभी पूरा नहीं हो पाता। “एक अधूरा सफर” एक emotional love story in Hindi है जो अधूरे प्यार, इंतज़ार और वादों की गहराई को छूती है। इस sad love story in Hindi में एक बूढ़े आदमी का तीन दशक पुराना true love story का वादा फिर से ज़िंदा होता है — जब वो एक पुराने ट्रेन टिकट के साथ निकलता है उस सफर पर, जो उसके दिल में अधूरा रह गया था। क्या तीस साल बाद भी कोई उसका इंतज़ार कर रहा होगा? जानिए इस दिल छू लेने वाली कहानी में — जहाँ प्यार, बिछड़ना और यादें एक साथ चलते हैं एक emotional journey पर… 🌅 शुरुआत – एक पुराना टिकट और अधूरी यादें सर्दियों की सुबह थी। प्लेटफॉर्म पर हल्की धुंध फैली हुई थी। ट्रेन की सीटी बजी, और भीड़ धीरे-धीरे अपनी जगह तलाशने लगी। इसी भीड़ के बीच एक बूढ़ा आदमी, सफेद दाढ़ी, भूरे कोट में, हाथ में एक पुराना कागज़ थामे खड़ा था — वो कागज़ एक तीस साल पुराना ट्रेन का टिकट था। उसका नाम था रामेश्वर बाबू। आज वो दिल्ली से बनारस जा रही ट्रेन में सवार होने वाला था। लेकिन ये ...